मगर, यह गुजरती भी नहीं, अपनों के बिना। मगर, यह गुजरती भी नहीं, अपनों के बिना।
माँ के आंसू देखते अपने आंसू को रोक देते हैं, इसलिए तो पुत्र संभल जाते हैं। रोना तो माँ के आंसू देखते अपने आंसू को रोक देते हैं, इसलिए तो पुत्र संभल जाते हैं।...
बिछड़ के भी ये शख्स जिंदा कैसे रह गया! बिछड़ के भी ये शख्स जिंदा कैसे रह गया!
आसमान के सितारे भी कम पड़ गए माँ-बाप के सहारे के आगे, खुद ईश्वर का सहारा भी फीका है आसमान के सितारे भी कम पड़ गए माँ-बाप के सहारे के आगे, खुद ईश्वर का सहारा भ...
मां की अंगुली जोर से थामे स्कूल तक आई थी फिर अचानक बहुत रोई और बहुत चिल्लाई थी नहीं मां की अंगुली जोर से थामे स्कूल तक आई थी फिर अचानक बहुत रोई और बहुत चिल्ला...
दिल दिल